Top 175+ Chand Shayari in Hindi 2025

चाँद हमेशा से ही कवियों और ख्वाब देखने वालों का पसंदीदा रहा है। यही वजह है कि “Chand Shayari” शायरी प्रेमियों के दिलों में खास जगह रखती है। इस शायरी में चाँद का इस्तेमाल मोहब्बत, तड़प, खूबसूरती, और यहाँ तक कि जुदाई को बयां करने के लिए किया जाता है। चाहे वो पूर्णिमा की रात हो या बादलों के बीच झांकता हुआ चाँद, इसके साथ अपने जज़्बात जोड़ना वाकई जादुई अनुभव है।

इस लेख में हम Chand Shayari के जादू को समझेंगे, इसके जज़्बातों में डूबेंगे, और कुछ नए शेर भी पेश करेंगे जो आपके दिल को छू लेंगे। तो आइए, इस सफर की शुरुआत करें!

चाँद शायरी

अब चांद में भी नजर आने लगा है चेहरा उनका
जबसे इजहार-ए -मोहब्बत हुआ है उनका !!

बना के तस्वीर उसकी आसमान में टांग आया हूं
और लोग पूछते हैं कि आसमान में आज चांद बेदाग क्यों है !!

बेचैन इस कदर था कि सोया नही रात भर
पलकों से लिख रहा था तेरा नाम चांद पर !!

कहां से लाऊं वो लफ्ज जो सिर्फ तुझे सुनाई दे
दुनिया देखें चांद को मुझे बस तू ही दिखाई दे !!

कल चौदहवीं की रात थी शब भर रहा चर्चा तेरा
कुछ ने कहा ये चांद है कुछ ने कहा चेहरा तेरा !!

चाँद शायरी गुलज़ार

वो कौन था जो दिन के उजाले में खो गया
ये चांद किस को ढूंढने निकला है शाम से !!

कभी तो आसमाँ से चाँद उतरे जाम हो जाए
तुम्हारे नाम की इक खूब-सूरत शाम हो जाए !!

चांद पर थोड़ा गुरूर हम भी कर लें
पर मेरी नजरें पहले महबूब से तो हटें !!

वो पलकें झुकाकर अक्सर यूं शर्माते हैं
जब हम उन्हें प्यार से चांद कहकर बुलाते हैं !!

उस के चेहरे की चमक के सामने सादा लगा
आसमां पे चांद पूरा था मगर आधा लगा !!

चाँद पर शायरी

वो खुशियां बाजारों में कहां जो खुले आसमान में है
वो खूबसूरती चांद में कहां जो आप में है !!

चांद की रोशनी भी लगती है अधूरी आज रात
शायद कोई ग़म है उसके दिल में भी मेरे साथ !!

चुभती है क़ल्ब व जाँ में सितारों की रोशनी
ऐ चाँद डूब जा की तबियत उदास है !!

कल रात इक तारा देखा टूटता हुआ बिल्कुल मेरे जैसा
चांद को जरा भी फर्क न पड़ा क्योंकि वो भी है तेरे जैसा !!

तोड़कर चाँद लगा तो दूँ मैँ तेरे माथे पर
आसमानों में मगर मसले खड़े हो जाएंगे !!

हिंदी में चांद शायरी

बज़्म-ए-ख़याल में तिरे हुस्न की शम्अ जल गई
दर्द का चाँद बुझ गया हिज्र की रात ढल गई !!

मत पूछ मेरे जागने की वजह ऐ-चाँद
तेरी ही हम शकल है वो जो मुझे सोने नही देती !!

फलक पे चांद सितारे निकलने हैं हर शब
सितम यही है निकलता नहीं हमारा चांद !!

जिक्र तेरी खूबसूरती का जो किया तो वो चांद भी शरमाया
हम किस्से पर किस्सा सुनाते गए वो बादलों में गुम होता गया

चाँद से तुझ को जो दे निस्बत सो बे-इंसाफ़ है
चाँद के मुँह पर हैं छाईं तेरा मुखड़ा साफ़ है !!

चाँद पे शायरी

चांद से कह दो अपनी हदो में रहे
मेरे महबूब का सजना अभी बाकी है !!

मिलने को उनसे बेकरार इतना थे कि सो न पाए रातभर
आंखों में ख्वाब उनके थे और नाम उनका लिखते रहे चांद पर !!

रात भर भटका मन मोहब्बत के पते पर
चाँद कब सूरज में बदल गया पता नहीं !!

तुम सितारों की बात ना करो मुझसे
मेरे राब्ते में आजकल चाँद रहता है !!

मेरा और उस चांद का मुकद्दर भी एक जैसा है
मैं यहां हजारों में तन्हा हूं और वो वहां तारों में तन्हा है !!

चाँद शायरी प्यार

है चाँद सितारों में चमक तेरे प्यार की
हर फूल से आती है महक तेरे प्यार की !!

तेरा चेहरा कितना सुहाना लगता है
तेरे आगे चाँद पुराना लगता है !!

चांद मुंह पर आकर बैठ गया हो ऐसा तुम्हें रूप मिला है
मुस्कुराता हुआ चांद जैसे अभी अभी खिला है !!

ना चाँद चाहिए ना फलक चाहिए
मुझे बस तेरी की एक झलक चाहिए !!

पूछा जो उनसे चाँद निकलता है किस तरह
ज़ुल्फ़ों को रूख पे डाल के झटका दिया कि यूँ !!

चाँद की शायरी

खूबसूरती देख इश्क़ की आस्मां का चांद भी जलने लगा
तारे सारे ज़मीं पे आ गये जब तू मेरा हाथ थाम साथ चलने लगा !!

मुझ को मालूम है महबूब-परस्ती का अज़ाब
देर से चाँद निकलना भी ग़लत लगता है !!

दो पल जिंदगी के, तेरे साथ गुजारे है ए जान
तुम ही तो एक चाँद हो, बाकि सब सितारे हैं !!

वो ग़ज़ल वालों का उस्लूब समझते होंगे
चाँद कहते हैं किसे ख़ूब समझते होंगे !!

हर एक रात को महताब देखने के लिए
मैं जागता हूँ तिरा ख़्वाब देखने के लिए !!

चाँद के ऊपर शायरी

चाँद को छू लिया था हमने ज़रा सा कल
चाशनी आज तक इन उंगलियों में चिपचिपाती है !!

हम थे ठहरे हुए पानी पे किसी चांद का अक्स
जिस को अच्छे भी लगे उसने भी पत्थर फेंका !!

चाँद के पार सुना है एक आसमान और भी है
कभी फुरसत में चलेंगे तुम्हारा हाथ पकड़कर !!

रातो की आवारगी की आदत तो हम दोनो में थी
अफ़सोस चाँद को ग्रहण और मुझे इश्क लग गया !!

चाँद से कहो कि गुफ़्तगू-ए-अँधेरा मुक़र्रर कर ले वरना
लाशें बिछ सकती है आज महबूब के दीदार में !!

चाँद मुबारक शायरी

हम ताकते रहे राह उनकी उम्र भर खड़े यूं चौराहे पर
जिन्हें दिख गया वो चांद, उनकी ईद हो गई !!

जिंदगी में मानो पूनम की रोशनी सा उजाला आया है
जब से मैंने उसे अपना चांद बनाया है !!

तेरी सादगी पे हम यूँ चार चांद लगा देंगे
तुम पहनना साड़ी, हम तेरी माँग में सिंदूर सजा देंगे !!

अभी-अभी एक टूटा तारा देखा बिलकुल मेरे जैसा था
चाँद को कोई फर्क नहीं पड़ा बिलकुल तेरे जैसा था !!

न चाहते हुए भी मेरे लब पर ये फरियाद आ जाती है
ऐ चाँद सामने न आ सनम की याद आ जाती है !!

चाँद शायरी 2 लाइन

रोज़ तारों को नुमाइश में ख़लल पड़ता है
चाँद पागल है अँधेरे में निकल पड़ता है !!

हम सफर हो कोई अपना भी जिंदगी में
कब तक छत पर यूं चांद ताकते रहेंगे !!

एक चांद कहकर गया मुझसे आज निकलेगा ज़रूर
एक निगाह लिए बैठा हूं आज सुबह से मै !!

निकल पड़ता हूं मैं सर्द अंधेरी रातों में
अपनी तन्हाई छुपाने और चांद की तन्हाई मिटाने !!

हम थे ठहरे हुए पानी पे किसी चांद का अक्स
जिस को अच्छे भी लगे उसने भी पत्थर फेंका !!

प्रेम चांद शायरी अंग्रेजी में

Jara Kabhi Meri Nazar Se Khud Ko Dekh Bhi
Hai Chaand Mein Bhi Daag Par Na Tujh Mein Ek Bhi.

Chehara Chaand Ka Padh Lena Magar Jara Khyaal Se
Kuchh Khyaal Likh Diye Hai Hamane Bade Hee Bekhyaal Se.

Aaj Tootega Guroor Chaand Ka Dekhana Dosto
Aaj Mainne Unhen Chhat Par Bula Rakha Hai.

Vo Mujhe Roj Kahatee Thee Tum Mujhe Chaand La Kar Do
Usase Ek Aaeena Dekhakar Akela Chhod Aaya Hoon

Ijaazat Ho to Ham Bhee Tumhaare Paas Aa Jaen
Dekhon Na Chaand Ke Paas Bhee to Ek Sitaara Hai

चाँद शायरी अंग्रेजी में

Mere Hisse Aaya Chaand Tere Hisse Aaya Taare
Mera Sirph Too Magar Tujhe Chaahane Vaale Kitane Saare

Be-Sabab Muskura Raha Hai Chand
Koee Saazish Chhupa Raha Hai Chand.

Raat Bhar Taareef Mainne Kee Tumhaare Roop Kee
Chaand Itana Jal Gaya Sunakar Ki Sooraj Ho Gaya.

Chandni Raat Mein Taaron Ka Sath Hai
Tu Nahin Hai to Kya Teri Har Yaad Mere Sath Hai.

Raat Nahin Huee Bahut Dinon Se Mere Yahaan
Mera Chaand Ab Kisee Aur Shahar Mein Rahata Hai.

Chand Shayari इतनी खास क्यों है?

ऐसा क्या है जो Chand Shayari को इतना अलग और खास बनाता है? आइए जानें:

  • सार्वभौमिक अपील: चाँद एक ऐसा प्रतीक है जिसे हर भाषा और संस्कृति में सराहा जाता है।
  • गहराई और प्रतीकात्मकता: यह मोहब्बत, उम्मीद, रहस्य, और तन्हाई जैसे भावों को दर्शाता है।
  • अद्भुत सुंदरता: इसकी सौम्य चमक हर दिल को सुकून देती है और इसे शायरी के लिए परफेक्ट बनाती है।

प्राचीन उर्दू शायरों से लेकर आधुनिक लेखकों तक, चाँद ने हर दौर में कवियों को प्रेरित किया है।

Chand Shayari की कला

प्रेमी के रूप में चाँद

Chand Shayari में चाँद को अक्सर एक महबूब का प्रतीक माना जाता है। इसके ज़रिए इश्क़ और मोहब्बत की खूबसूरती को बयां किया जाता है।

चाँद की तरह तुम भी हो खूबसूरत,
मगर चाँद तो हर रात नज़र आता है।

इस शेर में महबूब की खूबसूरती चाँद से भी ऊपर बताई गई है। क्या यह दिल को नहीं छू जाता?

2. जुदाई और चाँद

दूसरी तरफ, Chand Shayari में जुदाई का दर्द भी बयान होता है। चाँद तन्हा रातों में एक खामोश साथी की तरह होता है।

उस चाँद से पूछो, क्या मैंने तुम्हें याद किया,
हर रात मेरी तन्हाई का उसने अफ़साना सुना।

ये अल्फाज़ तड़प और अकेलेपन को इस खूबसूरती से बयान करते हैं कि दिल भर आए।

3. चाँद का रहस्य

चाँद की रहस्यमय प्रकृति ने हमेशा कवियों को आकर्षित किया है। Chand Shayari में यह अक्सर छुपे हुए जज़्बातों और राज़ों का प्रतीक बनता है।

चाँद के पीछे छुपा एक राज़ है,
मेरे दिल में भी एक अजनबी आवाज़ है।

यह सिर्फ चाँद की रोशनी ही नहीं, बल्कि इसकी परछाइयाँ और रहस्य भी हैं जो दिलचस्पी जगाते हैं।

Original Chand Shayari Collection

यहाँ कुछ नई Chand Shayari दी गई है, जो आपको यकीनन पसंद आएगी:

  1. चाँद भी शर्मा गया तेरी एक झलक से,
    रातों का सारा हुस्न सिमट गया एक पलक से।
  2. चाँद की रोशनी भी मद्धम लगती है,
    जब तेरा चेहरा सामने होता है।
  3. हर रात चाँद से एक सवाल करता हूँ,
    क्या तू भी कभी तन्हा होता है?
  4. चाँद के साथ बातें करना आदत बन गई है,
    तन्हाई में बस यही एक साथी मिल गई है।
  5. चाँद की तरह चाँदनी भी अधूरी लगती है,
    जब तू मेरे साथ नहीं होती है।

Chand Shayari सभी के दिल को क्यों छूती है?

  • प्रासंगिकता: मोहब्बत, जुदाई और उम्मीद जैसे जज़्बात हर इंसान के करीब होते हैं।
  • दृश्यात्मकता: Chand Shayari की तस्वीरें इतनी सुंदर होती हैं कि वो आपकी कल्पना में उतर जाती हैं।
  • भावनात्मक गहराई: चाहे खुशी हो या गम, Chand Shayari हर भावना को बखूबी पेश करती है।

Frequently Asked Questions

A1. Chand Shayari वह शायरी है जिसमें चाँद को केंद्र में रखकर भावनाओं को व्यक्त किया जाता है। इसमें मोहब्बत, तड़प और तन्हाई जैसे जज़्बात शामिल होते हैं।

A2. चाँद की खूबसूरती और इसका गहरा प्रतीकात्मक अर्थ इसे शायरी में एक आदर्श विषय बनाता है।

A3. बिल्कुल! यह पारंपरिक रूप से उर्दू या हिंदी में लिखी जाती है, लेकिन इसकी भावना किसी भी भाषा में खूबसूरती से व्यक्त की जा सकती है।

A4. मिर्ज़ा गालिब, अल्लामा इक़बाल, और जौन एलिया जैसे मशहूर शायरों ने अपनी शायरी में चाँद की खूबसूरती को शानदार तरीके से पेश किया है।

A5. अपने निजी जज़्बात पर ध्यान दें और चाँद को एक ऐसे प्रतीक के रूप में इस्तेमाल करें जो आपके अनुभवों से मेल खाता हो।

Last Words

Chand Shayari सिर्फ चाँद के बारे में शायरी नहीं है; यह एक भावनात्मक यात्रा है जो हमें हमारे दिल की गहराइयों से जोड़ती है। चाहे वो मोहब्बत की खुशी हो या जुदाई का गम, चाँद हमेशा से एक खामोश साथी रहा है, जो हमारी भावनाओं को दर्शाता है।

तो, क्या आपके पास चाँद पर कोई पसंदीदा लाइन है? हमें कमेंट में बताएं और इस खूबसूरत कला को मिलकर celebrate करें!

Thanks for visiting Waahshayari.com

sania

Sania Writes

Sania Writes is the heart behind WaahShayari.com, sharing a deep love for poetry and words that touch the soul. With a passion for crafting unique Shayari, I always bring inspiration and emotions to readers worldwide. Explore my collection and discover the magic of Shayari with a personal touch.

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *