Yaad Shayari No. 1 :
Yaad Shayari :
मत खोज मुझे इस banawati रिश्तों में ,
मैं बस तुझमें हे chupa हूं ,
मैं बस tujhme ही बसा हूं ,
ज़रा डुबकी तो मार gehrai में ,
Zara कीच तो ला मुझे अच्छी में ,
Jala दे मेरी चमक से सबको ,
आज सबसे rubruh करादे मुझको ।
– समर्थ

Yaad Shayari No. 2 :
पर उन्हें कामिल करना mumkin नहीं ,
मेरे पास हो कर भी क्यों duur है वोह ,
मेरे साथ हो कर भी क्यों majboor है वोह ,
Haal-e-dil का अब में कैसे बाया करू ,
Unka साथ पाने को और क्या क्या करू ,
अब तो बस इस हारे इश्क का intezaar है ,
फूल की पट्टी को बस रोशनी का है तोह intezar है ।
– समर्थ

Shayari No. 3 :
वक्त सब badal रहा है ,
सारे rishte पलट रहे है ,
Rishto को बस रिश्ते से आस थी ,
वक्त अब वो भी todd रहा है ।
– समर्थ
Shayari No. 4 :
ये bachpan का प्यार भी ने ,
कितना khoobsurat होता है ,
ना कोई वादे ना कोई iraadee ,
Sirf वोह और उसकी बाते ,
खिल खिलाते chehre और ,
Muskurati चाहते…..
ना उसके मिलने का sukh ,
और ना खोने का dard ,
बस हम और hamari याद ।
– समर्थ
Shayari No. 5
अब उन galiyon में जाना गवारा ना होगा ,
जहा tumhari यादों का साया ना होगा ,
बदल गई है ये zindagi की रहे ,
अब तुमसे हमारा मिलना dubara ना होगा ।
– समर्थ