<img srcWafa Shayari No. 1 :
Wafa Shayari :
Abb वफ़ा का Naam न ले कोई
Hame बेवफ़ा की Talaash है,
Patthar का Dil सीने में हो
Hame उस खुदा ki तलाश है.
Wafa Shayari No. 2 :
Wo जमाने mein यूँ ही
Bewafa मशहूर हो gaye दोस्त,
हजारों चाहने Waale थे किस-किस से
वफ़ा karte…
Wafa Shayari No. 3 :
Wafa का नाम Mat लो यारों.
वफ़ा Dil को दुखाती Hai.
वफ़ा का Naam लेने से Hame
Ekk बेवफा की Yaad आती है.
Wafa Shayari No. 4 :
बिछड़ के तुमसे Zindagi सज़ा लगती Hai,
ये सांस भी Jaise मुझसे ख़फ़ा लगती Hai,
Agar उम्मीद-ए-वफ़ा करूँ Toh किससे करूँ?
मुझको तो Meri ज़िंदगी भी Bewafa लगती है.
Shayari No. 5 :
Ekk जाम उलफत के Naam,
एक जाम Mohabbat के नाम.
एक Jaam वफ़ा के नाम,
Purri बोतल बेवफा के नाम,
और पूरा Theka दोस्तों के Naam
Shayari No. 6 :
Mere अलावा Kisi और को
अपना Mehboob बना Kar देख ले?
Teri हर धड़कन Kahegi,
उसकी वफ़ा Mein कुछ और Baat थी.
Shayari No. 7 :
Baat वफाओं की Hoti तो
kabhi न हटते Hame,
Khel नसीब का Tha.
Use किस तरह तब्दील Karte.
Shayari No. 8 :
Hame मालूम है दो Dil जुदाई सह नहीं सकते,
Magar रस्मे-वफ़ा ये है कि ये भी Keh नहीं सकते,
Jara कुछ देर Tum उन साहिलों कि,
चीख Sunn भर लो Jo लहरों में तो डूबे हैं,
Magar संग बह Nahin सकते |
Shayari No. 9 :
Mohabbat का नतीजा, दुनिया Mein
हमने Bura देखा,
Jinhe दावा था Wafa का,
Unhe भी हमने बेवफा Dega.
Shayari No. 10 :
Chalo छोड़ो Yeh बहस कि
Wafa किसने Ki
Aur बेवफा Kon है
Tum तो ये बताओ ki आज
तन्हा Kon है.
Shayari No. 11 :
ना पूछ Mere सब्र की इंतेहा Kahan तक हैं,
तू सितम कर ले, Teri हसरत जहाँ Tak हैं.
Wafa की उम्मीद, जिन्हें Hogi उन्हें होगी,
हमें Toh देखना है, तू बेवफ़ा कहाँ Tak हैं.
Shayari No. 12 :
Parwaah करने वाले रूला Jaate है,
Apna समझने वाले पराया Bana जाते है,
Chahe जितनी वफाऐं Kar लो इनसे,
Na छोडेगे तुमको कहकर छोड Jaate हैं.