Sharab Shayari 1 :
Sharab Shayari :
एक जहान माँगा था जिसमे बहुत सारा pyara मिले
मगर दे दिया मैख़ाना जहा बहुत सारी sharaab थी
एक andha माँगा था जिसका मुझे सहारा मिले
मगर दे दी जिंदगी जहाँ duniya भर की तन्हाई थी

Sharab Shayari 2 :
तुम हसीन हो gulaab जैसी हो
बहुत नाजुक हो khwab जैसी हो
दिल की dhadkan में आग लगाती हो
होठों से लगाकर पी जाऊँ तुम्हे सर से पांव तक sharab जैसी हो

Sharab Shayari 3 :
खुशियों से नाराज है मेरी zindagi
प्यार की मोहताज़ है मेरी zindagi
हंस लेता हूँ लोगो को dikhane के लिए
वरना दर्द की kitaab है मेरी जिंदगी

Sharab Shayari 4 :
मैं तोड़ लेता अगर तू gulaab होती,
मैं jawaab बनता अगर तू सवाल होती
सब जानते है मैं nasha नही करता
मगर मैं भी पी लेता अगर तू sharab होती

Sharab Shayari 5 :
नशा मोहब्बत का हो या sharab का
होश dono में खो जाते है
फर्क सिर्फ इतना है की sharab सुला देती है
और मोहब्बत rula देती है

Shayari 6 :
तुम क्या जानो sharab कैसे पिलायी जाती है
खोलने से पहले botal हिलाई जाती है
फिर अबाज़ लगाई जाती है आ जाओ toote दिल वालो
यहाँ दर्दे-दिल की दबा pilai जाती है
Shayari 7 :
रात हम piye हुए थे मगर
आप की आँखें भी sharabi थीं
फिर हमारे kharab होने में
आप ही कहिये क्या kharabi थी
Shayari 8 :
प्यार और शराब में chota सा फर्क हैं
लेकिन ये फर्क bahut बड़ा हैं
प्यार dard देता हैं
शराब दर्द bhula देता हैं
Shayari 9 :
मैं खुदा का naam लेकर पी रहा हूँ दोस्तों,
ज़हर भी इसमें अगर होगा dawa हो जाएगा,
सब उसी के हैं, hawa, खुशबू, ज़मीनो-आसमाँ
मैं जहाँ भी jaunga उसको पता हो जाएगा
Shayari 10 :
mehfil में चल रही थी
हमारे katl की तैयारी
hum पहुँचे तो बोलें
बहुत लम्बी umar है तुम्हारी