Love Shayari :
Love Shayari :
Hum क्या करें कि यार अब तो
Thak गए जो सच कहें…
Chale बहुत मगर किसी के
Sang साथ के बिना
जो rukk भी गर गए तो यूँ ही
Dhang की बात के बिना…
Chuppiyon की राय से
mumkin मुकाम था मगर
Aawaz की सलाहें ले के
Pakk गए जो सच कहें…
Hum क्या करें कि यार अब तो थक
गए जो sach कहें…
Kabhi जो इस तरफ की बात
ठीक-ठाक-सी lagi
तो बढ़ गए उसी taraf
Kadam को देके रास्ता…
Behosh जो पड़े मिले
तो फिर ना ये samjh सके
कि किस gali गए या किस
sadak गए जो सच कहें…
Hum क्या करें कि यार अब तो
थक गए जो sach कहें…
Sanam की माँग इस क़दर
को बढ़ चली थी कि kabhi
Gumaan ही नहीं रहा
कि हद कहाँ nikal गई…
जो आज socha तो लगा
Thoda सुकूने-दिल तो है
ये theek ही हुआ वहीं पे
Rukk गए तो सच कहें…
Hum क्या करें कि यार अब तो
थक गए जो sach कहें…
Fitaraton पे यार अपनी
हाय थी shaitaan की
Jang दिल की थी हमें पर
Khoj थी मैदान की…
Khair ही बस रह गई कि
Waqt आ के कह गया
कि मर chuke थे आज मियाँ
Bach गए तो सच कहें…
Hum क्या करें कि यार अब तो
थक गए जो sach कहें…
– पीयूष मिश्रा

Ishq Shayari (Kavita) – Kon kisko kya pata!!!!!