Kaash Shayari 1 :
Kaash Shayari :
kaash तुम मुझे एक खत लिख देते,
मुझमे क्या-क्या थी kami यह तो लिख देते,
मेरे दिल से तुमने nafrat क्यूँ की,
नफरत की ही मुझे कोई wajah तो लिख देते।

Kaash Shayari 2 :
काश aansuon के साथ यादें बह जाती,
काश ये khamoshi सब कुछ कह जाती,
काश kismat तुमने लिखी होती,
तो shayad मेरी किस्मत में प्यार की कमी न रह जाती।

Kaash Shayari 3 :
kaash फिर मिलने की वजह मिल जाए,
Saath जितना भी बिताया वो पल मिल जाए,
चलो अपनी अपनी aankhen बंद कर लें,
क्या पता khwabon में गुज़रा हुआ कल मिल जाए।

Kaash Shayari 4 :
kaash मेरा घर तेरे घर के करीब होता,
बात करना न सही dekhna तो naseeb होता।

Kaash Shayari 5 :
Kaash मैं पानी होता और तू प्यास होती,
न मैं khafa होता और न तू उदास होती,
जब भी तुम मेरी न nigahon से दूर होते,
मैं तेरा naam लेता और तू मेरे पास होती।

Shayari 6 :
Kaash ये दिल शीशे का बना होता,
चोट लगती तो beshak ये फ़ना होता,
पर सुनते जब वो aawaz इसके टूटने की,
तब उन्हें भी अपने gunaah का एहसास होता।
Shayari 7 :
Shiddat से चाहा है जिसे मैंने,
सिर्फ उसकी mohabbat की तमन्ना की है,
ऐ काश हर lamhe पर कोई आमीन कहे,
क्योंकि हर saans ने उसे पाने की दुआ की है।
Shayari 8 :
मेरे wajood में काश… तू उतर जाए,
मैं देखूं aaina और तू नजर आये,
तू हो सामने और waqt ठहर जाए, और
ये zindagi तुझे देखते हुए गुजर जाए।
Shayari 9 :
Khuda से भी पहले तेरा नाम लिया है हमने,
क्या पता तुझे कितना yaad किया है हमने,
काश सुन सके तू dhadkan मेरी,
हर saans को तेरे नाम से जिया है हमने।
Shayari 10 :
सब कुछ hasil नहीं होता
Zindagi में यहाँ,
किसी का ‘kaash’ तो किसी का ‘अगर’
रह ही jata है।
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Kaash shayari 1