Izhaar Shayari 1 :
Izhaar Shayari :
चलो आज खामोश pyaar को एक नाम दे दे
अपनी mohabbat को एक प्यारा इंजाम देदे
इससे पहले की कही rooth ना जाए मौसम
अपने धडकते हुए armano को सुरमई शाम दे दे
Izhaar Shayari 2 :
अच्छा करते है वो लोग जो मोहब्बत का izhaar नहीं करते
ख़ामुशी से मर जाते है मगर किसी को badnam नहीं करते !!
Izhaar Shayari 3 :
बेशक तू बदल ले अपनी मौहब्बत लेकिन ये yaad रखना !
तेरे हर झूठ को सच मेरे सिवा koi नही समझ सकता !!
Izhaar Shayari 4 :
उन को chahna मेरी मोहब्बत है
उन्हें कह न pana मेरी मजबूरी है
वो खुद क्यों नही समझता मेरे dil की बात को
क्या प्यार का izhaar करना ज़रूरी है
Izhaar Shayari 5 :
दिल यह मेरा तुमसे pyaar करना चाहता हैं
अपनी mohabbat का इज़हार करना चाहता है
देखा हैं जब से तुम्हे ऐ मेरे humdum
सिर्फ तुम्हारा ही दीदार karna चाहता है
Izhaar Shayari 6 :
हर घडी तेरा deedar किया करते हैं
हर ख्वाब में तुझसे izhaar किया करते हैं
दीवाने हैं tere हम यह इक़रार करते हैं
जो हर वक़्त तुझसे मिलने की dua किया करते हैं
Shayari 7 :
दिल की aawaz को इज़हार-ऐ-इश्क़ कहते हैं
झुकी nigaaho को इक़रार-ऐ-इश्क़ कहते हैं
सिर्फ ज़ुबान से kehna ही इज़हार-ऐ-मोहब्बत नहीं होता
दबे होंटों की muskurahat को भी इक़रार-ऐ-इश्क़ कहते हैं
Shayari 8 :
नहीं karta इज़हारे-ऐ-इश्क़ वो
पर रहता है मेरे kareeb है वो
देखूँ उसकी आँखों में तो sharma जाता है वो
हाय मेरा यार भी kitna कमाल है
Shayari 9 :
जीत की खातिर बस junun चाहिए
जिसमे उबाल हो ऐसा khoon चाहिए
यह आसमान भी aayega जमीन पर
बस इरादों मे jeet की गूँज चाहिए
Shayari 10 :
कभी वादे के naam पर
कभी सौदे के naam पर
हम बेचे जाते हैं aaj भी
mohabbat के नाम पर