Hindi Shayari 1 :
Hindi Shayari
इतना आसान भी कहां yaadon को मिटाना
एक पल bhoolne को लगता है ज़माना
बुरी हों चाहें हों, कितनी भी acchi
yaadon को आता है बस आंखे भिंगाना
मोह का karan भी यादें ही होती हैं
बुरी हो तो ,दिल में nafrat भी बोती हैं
कोई jeewan बिताता है यादों के सहारे
कोई तोड़ता है अपनों से ही bandhan सारे
ना जानें कोन khabar दे देता है इनको
जब भी akele रहो, आ जाती हैं मिलने को
सोचो अगर ना होता इन yaadon का संग
जिंदगी भी बन जाती एक कटी patang
पर इतना आसान कहां yaadon को भुलाना
एक पल bhoolne को लगता है ज़माना ….
– HIMANSHI YADAV

Shayari 2 :
ढूंढ रहीं हूँ bas वही
कुछ khoya है कहीं
गहना थी wo मेरे चेहरे की
साथ में एक pehredaar भी
जब वो थी aankhon से कभी ना आंसू बहे
हिम्मत ना थी किसी gam की
की वो मुझसे rubaroo रहे
मेरी खिलखिलाहट ना jane खा खो गयी
मैं जैसे जैसे badi हुयी वो कहीं
पीछे bachpan में ही रह गयी
कहीं vyast नहीं हु मैं
ढूंढ रही हु bas वही
मेरी muskurahat
शायद mil जाये फिरसे कहीं
sajalu अपने चेहरे को
फिर से muskurahat से
काश अब mil जाये फिरसे
सभाल कर khoob रखूंगी
अपनी खिलहिलाती muskurahat की
मैं khud अब पहरेदार रहूंगी
-HIMANSHI YADAV

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