Hasrat Shayari 1 :
Hasrat Shayari :
hasrat है सिर्फ तुम्हें पाने की,
और कोई khwahish नहीं इस दीवानी की
shikwa मुझे तुमसे नहीं खुदा से है
क्या ज़रूरत थी तुम्हें इतना khoobsurat बनाने की
Hasrat Shayari 2 :
yaar पहलू में है.. तन्हाई है,
कह दो nikle
आज क्यूँ दिल में chupi बैठी है हसरत मेरी..!!
Hasrat Shayari 3 :
न पूँछ मेरे sabr की इंतिहा कहाँ तकहै
तू सितम करले,तेरी hasrat जहाँ तक है
वफ़ा की umeed जिन्हे होगी,उन्हे होगी
हमे तो देखना है,तू bewafa कहा तक है
Shayari 4 :
मेरे पास lafz नही
baate नही
shikayat नही
बस एक hasrat है के
तेरे seene से लग कर
तेरी dhadakne सुनूँ…!!!
Shayari 5 :
अधूरी हसरतों का आज भी ilzaam है तुम पर,
अगर तुम चाहते तो ये mohabbat ख़त्म ना होती।
Shayari 6 :
दस्त-ए-तक़दीर से हर शख्स ने hissa पाया,
मेरे हिस्से में तेरे saath की हसरत आई।
Shayari 7 :
हम भूल जाये ऐसी दिल की hasrat कहाँ,
वो याद करे हमे इतनी उसे fursat कहाँ,
जिनके चारो taraf हो अपनों का साथ,
उन्हें हमारी zaroorat कहाँ..
Shayari 8 :
मत पूछो कैसे guzarta है
हर पल तुम्हारे bina
कभी baat करने की हसरत
कभी dekhne की तमन्ना
Shayari 9 :
बहुत hasrat रही कि तेरे साथ चले हम,
बस तेरी और से ही कभी ishaara ना हुआ
Shayari 10 :
हम तो mohabbat के
नाम से भी anjaan थे,
एक शख्स कि mohabbat ने
हमे पागल bana दिया।