Hasrat E Zindagi Shayari 1 :
Hasrat E Zindagi :
Mohabbat में तेरी फितरत क्या थी ,
इस kadar तेरी नफरत की वज़ह क्या थी ,
तेरी चाहत पे wafa की थी मैंने ,
फिर तुझे bewafa होने की ज़रुरत क्या थी |

Hasrat E Zindagi Shayari 2 :
दाग़ ansuon से धोएं है ,
जब भी tanha हुए रोए है ,
दिल में क्यों ना आए yaad तेरी ,
जब दिल में तेरे ही khawab बोए है |

Shayari No. 3 :
फिर वही Fasana-Afsana सुनते हो तुम ,
Dil के पास हूं कह कर जलते है तुम ,
बिकरार ही Aatis-E-Nazar तुमसे मिलने को ,
फिर क्यों नहीं Nazar आते हो तुम |
Shayari No. 4 :
कोई Chahta है किसी को अपनाने के लिए ,
कोई चाहता है किसी को Tanhai से बचाने के लिए ,
हमे तोह हर किसी ने Chaha ,
सिर्फ अपना दिल Behlane के लिए ।
Shayari No. 5 :
तुमने ना सुनी dhadkan हमारी ,
पर हमने mehsus की सांसे तुम्हारी ,
इतने दूर hokar भी पास हो दिल के ,
Shayad यही है ‘ मोहब्बत ‘ हमारी ।
Shayari No. 6 :
Bikhre रिश्तों को कोई रूप देदो ,
Khilte फूलो को थोड़ी धूप देदो ,
आपकी yaad आयी तो SMS किया हमने ,
आप भी हमारी याद आने का कोई saboot देदो ।