Chahat Shayari No. 1:
Chahat Shayari :
Ishq को इज़हार को जरूरत क्या है ,
जब सामने हो Nazre तो इनको ही देख लेना ,
झुक जाएं ये तो Ibadaat समझ लेना प्यार की ,
जो उठे तो अपना Deedar कर लेना ।
Chahat Shayari No. 2:
मेरी आंख से निकलती Ashq की वो बूंद ,
जिस दिन तेरी Nigahon में आ गई ,
हटाया नहीं फिर हमने Baarish की बूंद को भी ,
जो कभी इस Chehre पे आ गई ।
Chahat Shayari No. 3:
आज फिर उनसे Mulakat हुई ,
आज फिर रेह गई वो Baat ,
Ishq की आंच में सुलगते रह गए ,
बेचैनी Dil के जज्बात ।
Shayari No. 4
Nazron को गुरूर था कि उन्हें हमारे इश्क़ ,
का इल्म होना उनकी Meharbani है ,
होठो को भी नाज़ था कि Hamari ,
हसीं ही इसकी Nishaani है ,
तब आहट उनके Kadmo की हुई ,
और सब ख़ामोश हो गए ,
छिपी हुई हया जब Achanak सामने आई ,
तो Mehboob भी मदहोश हो गए ।
Shayari No. 5:
निकले तो थे दो पल सुकूं की Talaash में ,
पर साथ उम्र भर की Bechaini पा कर रह गए ,
आप इस Dil मे मचे Toofan के शोर को न सुन सके ,
और हम आपकी Dhadkane सुनते रह गए ।
Shayari No. 6:
जब आप सामने आ जाएं वो Manzar भी ,
कोई आम नहीं होता ,
नशा Aankhon में उतर आता है और ,
हाथो में Jaam नहीं होता ।