Armaan Shayari 1 :
Armaan Khwahish Shayari :
अपने rukh पर निगाह करने दो
खूबसूरत gunaah करने दो,
रुख से parda हटाओ ऐ जाने-हया
आज दिल को tabah करने दो।
Armaan Shayari 2 :
तेरे हर gam को अपनी रूह में उतार लूँ,
ज़िन्दगी अपनी तेरी chahat में संवार लूँ,
Mulaqaat हो तुझसे कुछ इस तरह मेरी,
सारी उम्र बस एक mulaqaat में गुजार लूँ।
Armaan Shayari 3 :
तेरी नीली aankhon का मैं काजल बन जाऊं,
तेरी आँखों में aasu का मैं बादल बन जाऊं,
khwahish तो मेरी हर पल है इतनी,
तेरे रस्ते के kaato का मैं चादर बन जाऊं।
Armaan Shayari 4 :
Roothi जो जिदंगी तो मना लेंगे हम,
मिले जो gam वो भी सह लेंगे हम,
बस आप रहना हमेशा saath हमारे तो,
निकलते हुए aansuo में भी मुस्कुरा लेंगे हम।
Armaan Shayari 5 :
अगर हो वक़्त तो mulaqaat कीजिये,
dil कुछ कहना चाहे कुछ बात कीजिये,
यूँ तो mushkil है हमसे दूर रहना,
पर एक lamhe मिले तो हमें याद कीजिये।
Shayari 6 :
जिस cheez पे तू हाथ रख दे वो चीज़ तेरी हो,
और जिस से तू pyaar करे, वो तक़दीर मेरी हो।
Shayari 7 :
छोटे छोटे sapne हैं मेरे, छोटी सी आशा,
पूरी दुनिया पर hukumat हो मेरी बस इतनी सी अभिलाषा।
Shayari 8 :
तेरी aarzu में सनम हम दीवाने हो गए,
तुझे apna बनाते बनाते बेगाने हो गए,
कर दे एक बार yaad अपने दिल से,
तेरे दिल की aawaz सुने ज़माने हो गए।
Shayari 9 :
Chaha है तुम्हें अपने अरमान से भी ज्यादा,
लगती हो haseen तुम मुस्कान से भी ज्यादा,
मेरी हर dhadkan हर साँस है तुम्हारे लिए,
क्या माँगोगे जान मेरी jaan से भी ज्यादा।
Shayari 10 :
तेरे intezaar में कैसे कटता है वक़्त ना पूछ मुझसे,
तेरे बगैर tanha रहता हूँ कैसे ना पूछ मुझसे,
तू ही तू चाहिए dil की गहराइयो में,
जीता हूँ tere बगैर कैसे ना पूछ मुझसे,
जो मिल जाएगी तू तो होगी कितनी khushi ना पूछ मुझसे।