Best 175+ Waqt Shayari in Hindi 2025
समय – यह एक ऐसी चीज़ है जिसे हम पकड़ कर नहीं रख सकते, फिर भी यह हमारे जीवन को सबसे गहरे तरीके से आकार देता है। क्या आपने कभी इस बात पर विचार करने के लिए रुका है कि कैसे क्षणभंगुर क्षण अनंत काल का भार उठाते हैं? उर्दू कविता, विशेष रूप से Waqt Shayari, इस विरोधाभास को खूबसूरती से पकड़ती है। इसके सुंदर छंदों में, कवि प्रेम, हानि, आशा और परिवर्तन की अनिवार्यता की कहानियाँ बुनते हैं।
इस लेख में, हम Waqt Shayari की दुनिया में गोता लगाएँगे, इसके विषयों को उजागर करेंगे, इसके भावनात्मक प्रभाव की खोज करेंगे और इसकी कालातीत प्रासंगिकता की सराहना करेंगे। दिल को छू लेने वाली पंक्तियों से लेकर विचारोत्तेजक दोहों तक, आइए एक साथ इस काव्य यात्रा पर चलें!
वक़्त शायरी
लगता था ज़िन्दगी बदलने में वक़्त लगेगा पर
कहाँ पता था बदलता हुआ वक़्त ज़िन्दगी बदल देगा !!
Lagta tha zindagi badalne mein waqt lagega par
Kaha pata tha badalta hua waqt zindagi badal dega !!
वो वक्त भी बहुत खास होता है
जब सर पर माता पिता का हाथ होता है !!
Wo waqt bhi bahut khaas hota hai
Jab sar par mata pita ka haath hota hai !!
बदल जाओ वक्त के साथ या फिर वक्त बदलना सीखो
मजबूरियों को मत कोसों हर हाल में चलना सीखो !!
Badal jao waqt ke saath ya phir waqt badalna seekho
Majbooriyon ko mat koso har haal mein chalna seekho !!
ना उसे होश है मेरी ना कोई खबर है
एक दिन वक्त बताएगा तुझे मेरी क्या कदर है !!
Na use hosh hai meri na koi khabar hai
Ek din waqt batayega tujhe meri kya kadar hai !!
वक़्त रेहता नहीं कहीं टिक कर
आदत इसकी भी आदमी सी है !!
Waqt rehta nahi kahin tik kar
Aadat iski bhi aadmi si hai !!
रिश्ते वक्त शायरी
मुझे तो तोहफों मैं अपनो का वक़्त पसंद है
पर आज कल इतने महंगे तोफे देता कौन है !!
Mujhe toh tohfon mein apno ka waqt pasand hai
Par aajkal itne mehnge tohfe deta kaun hai !!
आँखों की नमी बढ़ गई, बातों के सिलसिले कम हो गए
जनाब ये वक्त बुरा नहीं है, बुरे तो हम हो गए !!
Aankhon ki nami badh gayi, baaton ke silsile kam ho gaye
Janab ye waqt bura nahi hai, bure toh hum ho gaye !!
जब हम रिश्तों के लिए वक्त नहीं निकल पाते
तो वक्त हमारे दरमियान से रिश्ते निकाल देता है !!
Jab hum rishteon ke liye waqt nahi nikal paate
Toh waqt humare darmiyan se rishte nikal deta hai !!
वक़्त बदलने से उतनी तकलीफ नहीं होती
जितनी किसी अपने के बदल जाने से होती है !!
Waqt badalne se utni takleef nahi hoti
Jitni kisi apne ke badal jaane se hoti hai !
सच्चे रिश्ते कुछ नहीं माँगते
सिवाए वक़्त और इज्जत के !!
Sachche rishte kuch nahi maangte
Sivaaye waqt aur izzat ke !!
बदला हुआ वक़्त है, ज़ालिम ज़माना है
यहां मतलबी रिश्ते है, फिर भी निभाना है !!
Badla hua waqt hai, zalim zamaana hai
Yahan matlabi rishte hain, phir bhi nibhaana hai !!
बुरा वक्त शायरी
ज़िन्दगी ने मेरे मर्ज का एक कारगर इलाज बताया
वक़्त को दवा काहा और ख्वाहिशों का परहेज़ बताया !!
Zindagi ne mere marz ka ek kaargar ilaaj bataya
Waqt ko dawa kaha aur khwahishon ka parhez bataya !!
दर्द ही हमदर्द बन गया है इस वक़्त
अब खुद अपना हाल बयाँ करने से कतराता हु मै !!
Dard hi hamdard ban gaya hai is waqt
Ab khud apna haal bayan karne se kataata hu main !!
बुरा वक्त भी क्या कमाल का होता है साहेब
जी जी करने वाले भी तू तू करने लगते हैं !!
Bura waqt bhi kya kamal ka hota hai saheb
Ji ji karne wale bhi tu tu karne lagte hain !!
अभी तो थोडा वक्त हैं, उनको आजमाने दो
रो-रोकर पुकारेंगे हमें, हमारा वक्त तो आने दो !!
Abhi to thoda waqt hain, unko aazmane do
Ro-rokar pukarenge humein, humara waqt to aane do !!
कुछ अजीब सा चल रहा है, ये वक्त का सफर
एक गहरी सी खामोशी है खुद के ही अंदर !!
Kuch ajeeb sa chal raha hai, ye waqt ka safar
Ek gehri si khamoshi hai khud ke hi andar !!
एक दिन मेरे साथ बैठ कर वक़्त भी खूब रोया
बोला बन्दा तू ठीक है बस में ही ख़राब चल रहा हूँ !!
Ek din mere saath baith kar waqt bhi khoob roya
Bola banda tu theek hai bas mein hi kharaab chal raha hoon !!
वक्त शायरी हिंदी में
वक्त सब के पास हैं लेकिन हमेशा के लिए नहीं
जो चाहे कर लो आज में ही कल का भरोसा नहीं !!
Waqt sab ke paas hain lekin hamesha ke liye nahi
Jo chahe kar lo aaj mein hi kal ka bharosa nahi !!
औरों की मर्जी से कभी जिया नहीं करते
हम वक्त पर अफसोस किया नहीं करते !!
Auron ki marzi se kabhi jiyaa nahi karte
Hum waqt par afsos kiya nahi karte !!
वक्त सबको मिलता हैं जिन्दगी बदलने के लिए
पर जिन्दगी दुबारा नही मिलती वक्त बदलने के लिए !!
Waqt sabko milta hai zindagi badalne ke liye
Par zindagi dubara nahi milti waqt badalne ke liye !!
किताबों की अहमियत अपनी जगह है जनाब
सबक वही याद रहता है जो वक्त और लोग सिखाते है !!
Kitabon ki ahmiyat apni jagah hai janaab
Sabak wahi yaad rehta hai jo waqt aur log sikhate hai !!
वक्त कहां रुकता है रूकते तो हम है
कभी किसी लम्हे मे, कभी किसी शख्स में !!
Waqt kahaan rukta hai, rukte to hum hain
Kabhi kisi lamhe mein, kabhi kisi shakhs mein !!
तुम्हारा किया तुम्हे ही बतलाता है
समय आइना जरूर दिखलाता है !!
Tumhara kiya tumhe hi batlata hai
Samay aaina zaroor dikhlaata hai !!
जिंदगी वक्त शायरी
वो जो कपडे बदलने का शौक रखते थे
आखिरी वक्त न कह पाये कफ़न ठीक नही !!
Woh jo kapde badalne ka shauk rakhte the
Aakhiri waqt na keh paaye kafan theek nahi !!
बादलों की ओट से किसी दिन तो सूरज निकलेगा जरूर
सफर जारी रख जिंदगी का एक दिन तो वक्त बदलेगा जरूर !!
Baadalon ki oot se kisi din to sooraj niklega zaroor
Safar jaari rakh zindagi ka ek din to waqt badlega zaroor !!
किसी पर नर्म, किसी पर होता है सख्त
कल और था, आज दूसरे का है ये वक्त !!
Kisi par narm, kisi par hota hai sakht
Kal aur tha, aaj doosre ka hai ye waqt !!
सदा ऐश दौराँ दिखाता नहीं
गया वक़्त फिर हाथ आता नहीं !!
Sada aish dauraan dikhata nahi
Gaya waqt phir haath aata nahi !!
दिल खोल कर हंसना तो मैं भी चाहता था
जिम्मेदारियों के बीच कभी वक्त ही नही मिला !!
Dil khol kar hansna to main bhi chahta tha
Jimmedariyon ke beech kabhi waqt hi nahi mila !!
एक और शाम हो गई एक और दिन ढल गया
जिंदगी की किताब से एक और पन्ना निकल गया !!
Ek aur shaam ho gayi ek aur din dhal gaya
Zindagi ki kitaab se ek aur panna nikal gaya !!
दर्द रिश्ते वक्त शायरी
वक्त वक्त पर उन्हें याद करके मेरा वक्त गुजर गया
साथ निभाने का वादा करके वो मुकर गया !!
Waqt waqt par unhein yaad karke mera waqt guzr gaya
Saath nibhaane ka vaada karke woh mukar gaya !!
बुरे वक्त में जो साथ दे वही होते हैं अपने
यू बीच राहों में जो साथ छोड़ दे वो नहीं होते हैं अपने !!
Bure waqt mein jo saath de wahi hote hain apne
Yoo beech raahon mein jo saath chhod de woh nahi hote hain apne !!
बख्शे हम भी न गए बख्शे तुम भी न जाओगे
वक्त जानता है हर चेहरे को बेनकाब करना !!
Bakhsha hum bhi na gaye, baksha tum bhi na jaoge
Waqt jaanta hai har chehre ko benkaab karna !!
वक्त नहीं लगता दिल को दिल तक आने में
पर सादिया लग जाती है एक रिश्ता भूलने में !!
Waqt nahi lagta dil ko dil tak aane mein
Par saadiya lag jaati hai ek rishta bhoolne mein !!
स्टेटस वक्त शायरी
वक़्त ने भी हमारा अजीब शिकार किया है
कुछ भी नहीं छोड़ा, हर तरफ से वार किया है !!
Waqt ne bhi humara azeeb shikar kiya hai
Kuch bhi nahi chhoda, har taraf se war kiya hai !!
वक़्त बदल जाता है इंसान बदल जाते है
वक़्त वक़्त पे रिश्तों के अंदाज़ बदल जाते है !!
Waqt badal jata hai insaan badal jate hai
Waqt waqt pe rishton ke andaaz badal jate hai !!
इंसान और वक़्त दोनों एक सामान है
बदलना भी ज़रूरी है और चलना भी !!
Insaan aur waqt dono ek samaan hai
Badalna bhi zaroori hai aur chalna bhi !!
कभी वक्त मिला तो जुल्फें तेरी सुलझा दूंगा
आज उलझा हूं जरा वक्त को सुलझाने में !!
Kabhi waqt mila to zulfein teri suljha dunga
Aaj uljha hoon zara waqt ko suljhane mein !!
वक्त पर शायरी
जिनके हाथों में हो वक़्त की कलम
अपनी क़िस्मत वो खुद ही लिखा करते है !!
Jinke haathon mein ho waqt ki qalam
Apni qismat woh khud hi likha karte hain !!
वो खूबसूरत बचपन सबको याद आता है
जो वक्त के साथ यू बीत जाता है !!
Woh khoobsurat bachpan sabko yaad aata hai
Jo waqt ke saath yoo beet jaata hai !!
वक़्त से लड़कर जो अपना नसीब बदल दे
इंसान वही जो अपनी तकदीर बदल दे !!
Waqt se ladkar jo apna naseeb badal de
Insaan wahi jo apni taqdeer badal de !!
वक्त मौसम और लोगों की एक ही फितरत होती है
कब कौन और कहाँ बदल जाए कुछ कह नहीं सकते !!
Waqt mausam aur logon ki ek hi fitrat hoti hai
Kab kaun aur kahaan badal jaaye kuch keh nahi sakte !!
वक़्त गुलज़ार शायरी
वक़्त हर ज़ख़्म का मरहम तो नहीं बन सकता
दर्द कुछ होते हैं ता-उम्र रुलाने वाले !!
Waqt har zakhm ka marham to nahi ban sakta
Dard kuch hote hain taa-umr rulaane waale !!
हमें हर वक़्त ये एहसास दामन-गीर रहता है
पड़े हैं ढेर सारे काम और मोहलत ज़रा सी है !!
Humein har waqt ye ehsaas daaman-geer rehta hai
Padhe hain dher saare kaam aur mohalat zara si hai !!
यूं वक़्त को बर्बाद न किया कर
गर वक़्त चाहे तो तुझे बर्बाद कर देगा !!
Yoon waqt ko barbaad na kiya kar
Gar waqt chahe to tujhe barbaad kar dega !!
इक साल गया इक साल नया है आने को
पर वक़्त का अब भी होश नहीं दीवाने को !!
Ik saal gaya ik saal naya hai aane ko
Par waqt ka ab bhi hosh nahi deewane ko !!
प्यार वक्त शायरी
ये मोहब्बत का फ़साना भी बदल जाएगा
वक़्त के साथ ज़माना भी बदल जाएगा !!
Ye mohabbat ka fasana bhi badal jayega
Waqt ke saath zamaana bhi badal jayega !!
ऐ वक्त, थोड़ा सा ठहर तो जाओ
महबूब को मेरे तुम देखते तो जाओ !!
Ai waqt, thoda sa thahar to jao
Mahboob ko mere tum dekhte to jao !!
इस बार वक़्त कम मिला साथ वक़्त बिताने को
फिर एक जन्म लेंगे तुमसे मुकम्मल इश्क़ फरमाने को !!
Is baar waqt kam mila saath waqt bitane ko
Phir ek janam lenge tumse mukammal ishq farmaane ko !!
कुछ इस कदर खोये हैं तेरे ख्यालो में
कोई वक्त भी पुछता है तो तेरा नाम बता देते है !!
Kuch is kadar khoye hain tere khyaalon mein
Koi waqt bhi poochta hai to tera naam bata dete hain !!
बुरा वक्त शायरी 2 लाइन
तुझे वक्त के साथ चलना पड़ेगा
जो बदलेगा रूट तो बदलना पड़ेगा !!
Tujhe waqt ke saath chalna padega
Jo badlega route to badalna padega !!
तुम ना वक्त के बदलने का इंतज़ार करो
उठो और तब्दीली का रास्ता इख्तियार करो !!
Tum na waqt ke badalne ka intezaar karo
Utho aur tabdeeli ka rasta ikhtiyar karo !!
वो वक्त सी थी जो गुजर गई
और मैं यादों सा था जो ठहर गया !!
Woh waqt si thi jo guzar gayi
Aur main yaadon sa tha jo thehr gaya !!
ए वक्त जरा संभल के चल कुछ बुरे
लोगो का कहना है कि तू सबसे बुरा है !!
Ae waqt zara sambhal ke chal kuch bure
Logon ka kehna hai ki tu sabse bura hai !!
वक़्त वक़्त की बात है शायरी
ऐ बुरे वक़्त ज़रा अदब से पेश आ
वक़्त नहीं लगता वक़्त बदलने में !!
Ae bure waqt zara adab se pesh aa
Waqt nahi lagta waqt badalne mein !!
वक्त की यारी तो हर कोई कर लेता है
मजा तो तब है जब, वक्त बदले और यार न बदले !!
Waqt ki yaari to har koi kar lehta hai
Maza to tab hai jab, waqt badle aur yaar na badle !!
वक़्त सबको मिलता है ज़िंदगी बदलने के लिए
पर ज़िंदगी नहीं मिलती वक़्त बदलने के लिए !!
Waqt sabko milta hai zindagi badalne ke liye
Par zindagi nahi milti waqt badalne ke liye !!
वक्त का खास होना जरूरी नही
खास लोगो के लिए वक्त होना जरूरी है !!
Waqt ka khaas hona zaroori nahi
Khaas logon ke liye waqt hona zaroori hai !!
वक़्त शायरी रवैया
जैसे तुमने वक़्त को हाथ में रोका हो
सच तो ये है तुम आँखों का धोख़ा हो !!
Jaise tumne waqt ko haath mein roka ho
Sach to ye hai tum aankhon ka dhokha ho !!
वक़्त बहुत कुछ छीन लेता है
खैर मेरी तो सिर्फ़ मुस्कुराहट थी !!
Waqt bahut kuch cheen leta hai
Khair meri to sirf muskurahat thi !!
इतनी जल्दी हार मत मान जिंदगी से
आज वक़्त बुरा है तो कल अच्छा भी होगा !!
Itni jaldi haar mat maan zindagi se
Aaj waqt bura hai to kal accha bhi hoga !!
ज़रा सा वक़्त जो बदला तो हम पे हँसने लगे
हमारे काँधे पे सर रख के रोने वाले लोग !
Zara sa waqt jo badla to hum pe hansne lage
Hamare kaandhe pe sar rakh ke rone wale log !
बुरे वक्त की शायरी
इतनी जल्दी हार मत मान जिंदगी से
आज वक़्त बुरा है तो कल अच्छा भी होगा !!
Itni jaldi haar mat maan zindagi se
Aaj waqt bura hai to kal accha bhi hoga !!
वक्त दिखाई नहीं देता है
पर बहुत कुछ दिखा जाता है !!
Waqt dikhai nahi deta hai
Par bahut kuch dikha jaata hai !!
बुरा वक्त तो सबका आता हैं
कोई बिखर जाता हैं कोई निखर जाता है !!
Bura waqt to sabka aata hai
Koi bikhir jaata hai, koi nikhar jaata hai !!
बुरा वक्त ही तो है अपने में छुपे हुए गैर नजर आते हैं
कुछ लोग जो गैर होते है अपने जैसे भा जाते हैं !!
Bura waqt hi to hai apne mein chhupay huay gayer nazar aate hain
Kuch log jo gayer hote hain apne jaise bha jaate hain !!
वक्त शायरी अंग्रेजी में
Kabhi Khilaaf to Kabhi Saath Hota Hai
Insan Ki Barbadi Mein Waqt Ka Bhi Hath Hota Hai.
Ye Waqt Noor Ko Benoor Kar Deta Hai
Chhote Se Zakhm Ko Naasoor Kar Deta Hai.
Dar Nahi Lagta Mujhko Is Raat Ke Andhere Se
Ye to Waqt Ki Paband Hai, Dhal Hee Jae Gi.
Kuch Is Tarah Se Sauda Kiya Mujhase Mere Waqt Ne
Tajurba Dekar Vo Mujh Se Mere Nadaaniyaan Le Gaya.
The Timeless Appeal of Waqt Shayari
What Makes Waqt Shayari So Special?
वक्त शायरी इसलिए अलग है क्योंकि यह सभी से बात करती है। आखिर, समय की मधुर-कड़वी खीझ को किसने महसूस नहीं किया है? यहाँ बताया गया है कि यह क्यों गूंजती है:
सार्वभौमिकता: समय सभी को प्रभावित करता है, उम्र, संस्कृति या भाषा की सीमाओं को पार करते हुए।
भावनात्मक रूप से आवेशित: यह हमारी गहरी भावनाओं को छूती है, चाहे वह पुरानी यादें हों, पछतावा हो या उम्मीद।
शब्दों में ज्ञान: वक्त शायरी अक्सर जीवन के सबक देती है, जो काव्यात्मक लालित्य में लिपटी होती है।
जब मिर्ज़ा ग़ालिब और अल्लामा इक़बाल जैसे कवि समय के बारे में कविताएँ लिखते हैं, तो वे सिर्फ़ लिख नहीं रहे होते – वे क्षणों को अमर कर रहे होते हैं।
Themes Explored in Waqt Shayari
1. The Fleeting Nature of Time
समय, उंगलियों से फिसलती रेत की तरह, अजेय है। कवि अक्सर इस क्षणभंगुरता को उदासी भरी खूबसूरती के साथ व्यक्त करते हैं:
“वक्त गुज़रता रहा, हम खामोश रहे, फ़सलें बढ़ती गईं और रिश्तों में से रंग छूट गए।”
(समय चुपचाप बीत गया, दूरियाँ बढ़ती गईं और रिश्तों ने अपना रंग खो दिया।)
ऐसी कविताएँ हमें याद दिलाती हैं कि हर पल को संजोकर रखना चाहिए, इससे पहले कि वह बीत जाए।
2. Time as a Healer
समय छीनता है, लेकिन देता भी है। कई शायर इसकी उपचार शक्ति पर प्रकाश डालते हैं:
“वक़्त हर ज़ख्म को भर देता है, बस थोड़ा सब्र और यक़ीन ज़रूरी है।”
(वक़्त हर ज़ख्म को भर देता है; धैर्य और विश्वास ही सब कुछ है।)
समय का यह द्वंद्व, एक चोर और एक मरहम लगाने वाला दोनों, वक़्त शायरी में गहराई जोड़ता है।
3. Lessons from Time
समय की शिक्षाएँ अमूल्य हैं, और कवि अक्सर इन अंतर्दृष्टियों को साझा करने के लिए शायरी का उपयोग करते हैं:
“जो समय को समझता है, ज़िंदगी उसके लिए आसान हो जाती है।”
(जो लोग समय को समझते हैं, उनके लिए जीवन आसान हो जाता है।)
ऐसी दोहे आत्मनिरीक्षण और विकास को प्रोत्साहित करते हैं।
Famous Waqt Shayari Lines
आइए कुछ बेहतरीन वक्त शायरी की सराहना करें। ये अनमोल वचन कुछ ही शब्दों में समय के सार को बयां करते हैं:
“वक्त के साथ बदलने वाले रिश्तों को समझना मुश्किल है।”
“बेचैन सा गुज़रता है वक्त, जब दिल किसी का इंतज़ार करता है।”
“वक्त की गर्दिश में दिल को संभालना सीखो।”
ये पंक्तियाँ दर्शाती हैं कि समय मानवीय भावनाओं के साथ कितनी गहराई से जुड़ा हुआ है।
How Waqt Shayari Inspires Daily Life
Finding Solace in Poetry
वक़्त शायरी सिर्फ़ कला नहीं है – यह थेरेपी है। जब जीवन कठिन हो जाता है, तो कुछ पंक्तियाँ पढ़ने से:
नज़रिया मिलता है
आत्मा को सुकून मिलता है
लचीलेपन को प्रेरित करता है
Using Poetry as Motivation
यहाँ बताया गया है कि आप वक़्त शायरी को कैसे अपना मार्गदर्शक बना सकते हैं:
कठिन समय के दौरान: धैर्य पर ज़ोर देने वाली आयतों पर विचार करें।
आत्म-सुधार के लिए: विकास और समझ के बारे में सबक सीखें।
वर्तमान को संजोना: याद रखें कि हर पल एक उपहार है।
Writing Your Own Waqt Shayari
क्या आपको लगता है कि आप समय के बारे में अपने विचार लिख सकते हैं? यहाँ एक सरल गाइड है:
एक थीम से शुरू करें: क्या यह खोए हुए पलों, सीखे गए सबक या भविष्य की उम्मीदों के बारे में है?
सरल शब्द चुनें: कविता को प्रभावशाली होने के लिए जटिल होने की आवश्यकता नहीं है।
भावनाएँ जोड़ें: अपनी भावनाओं को स्वाभाविक रूप से बहने दें।
उदाहरण के लिए, कुछ ऐसा आज़माएँ:
“वक़्त की हर बात में एक कहानी है, बस समझने वाली नज़र चाहिए।”
(समय का हर पहलू एक कहानी कहता है; आपको बस एक समझदार नज़र की ज़रूरत है।
Frequently Asked Questions
Final Words
समय किसी का इंतज़ार नहीं करता, लेकिन वक़्त शायरी के ज़रिए हम समय के बारे में सोच सकते हैं, सीख सकते हैं और इसकी क्षणभंगुर सुंदरता को संजो सकते हैं। चाहे आप कविता के शौकीन हों या प्रेरणा की तलाश में हों, ये पंक्तियाँ हमें जीवन की नश्वरता और पल में जीने के महत्व की याद दिलाती हैं।
तो, अगली बार जब आप खुद को विचारों में खोए हुए पाएँ, तो वक़्त शायरी की ओर क्यों न मुड़ें? यह सिर्फ़ शब्दों से कहीं बढ़कर है – यह जीवन की यात्रा में एक कालातीत साथी है।
Sania Writes
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